८. अट्ठमवग्गो
(७३) १. छगतिकथा
५०३. छ गतियोति? आमन्ता। ननु पञ्च गतियो वुत्ता भगवता – निरयो, तिरच्छानयोनि, पेत्तिविसयो, मनुस्सा, देवाति म॰ नि॰ १.१५३? आमन्ता। हञ्चि पञ्च गतियो वुत्ता भगवता – निरयो, तिरच्छानयोनि, पेत्तिविसयो, मनुस्सा, देवा; नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘छ गतियो’’ति।
छ गतियोति? आमन्ता। ननु कालकञ्चिका कालकञ्जिका (सी॰ स्या॰ कं॰), काळकञ्जका (पी॰) सुरा पेतानं समानवण्णा समानभोगा समानाहारा समानायुका पेतेहि सह आवाहविवाहं गच्छन्तीति? आमन्ता। हञ्चि कालकञ्चिका असुरा पेतानं समानवण्णा समानभोगा समानाहारा समानायुका पेतेहि सह आवाहविवाहं गच्छन्ति, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘छ गतियो’’ति।
छ गतियोति? आमन्ता। ननु वेपचित्तिपरिसा देवानं समानवण्णा समानभोगा समानाहारा समानायुका देवेहि सह आवाहविवाहं गच्छन्तीति? आमन्ता। हञ्चि वेपचित्तिपरिसा देवानं समानवण्णा समानभोगा समानाहारा समानायुका देवेहि सह आवाहविवाहं गच्छन्ति, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘छ गतियो’’ति।
छ गतियोति? आमन्ता। ननु वेपचित्तिपरिसा पुब्बदेवाति? आमन्ता। हञ्चि वेपचित्तिपरिसा पुब्बदेवा, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘छ गतियो’’ति।
५०४. न वत्तब्बं – ‘‘छ गतियो’’ति? आमन्ता। ननु अत्थि असुरकायोति, आमन्ता। हञ्चि अत्थि असुरकायो, तेन वत रे वत्तब्बे – ‘‘छ गतियो’’ति।
छगतिकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७४) २. अन्तराभवकथा
५०५. अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। कामभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। रूपभवोति ? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। अरूपभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। कामभवस्स च रूपभवस्स च अन्तरे अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। रूपभवस्स च अरूपभवस्स च अन्तरे अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कामभवस्स च रूपभवस्स च अन्तरे नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। हञ्चि कामभवस्स च रूपभवस्स च अन्तरे नत्थि अन्तराभवो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति। रूपभवस्स च अरूपभवस्स च अन्तरे नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता । हञ्चि रूपभवस्स च अरूपभवस्स च अन्तरे नत्थि अन्तराभवो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति।
५०६. अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। पञ्चमी सा योनि, छट्ठमी सा गति, अट्ठमी सा विञ्ञाणट्ठिति, दसमो सो सत्तावासोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। अन्तराभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अन्तराभवूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अन्तराभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अन्तराभवे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अन्तराभवो पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५०७. अत्थि कामभवो, कामभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवो, अन्तराभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामभवूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामभवूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। अन्तराभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामभवे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। अन्तराभवे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामभवो पञ्चवोकारभवोति? आमन्ता। अन्तराभवो पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि रूपभवो, रूपभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवो, अन्तराभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपभवूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपभवूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। अन्तराभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपभवे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। अन्तराभवे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपभवो पञ्चवोकारभवोति? आमन्ता। अन्तराभवो पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि अरूपभवो, अरूपभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवो, अन्तराभवो भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अरूपभवूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अरूपभवूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि अन्तराभवूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। अन्तराभवे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपभवे अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। अन्तराभवे अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपभवो चतुवोकारभवोति? आमन्ता। अन्तराभवो चतुवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५०८. अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। सब्बेसञ्ञेव सत्तानं अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे …पे॰… सब्बेसञ्ञेव सत्तानं नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। हञ्चि सब्बेसञ्ञेव सत्तानं नत्थि अन्तराभवो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति।
अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। आनन्तरियस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… आनन्तरियस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। हञ्चि आनन्तरियस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति।
न आनन्तरियस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। आनन्तरियस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… आनन्तरियस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। न आनन्तरियस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… निरयूपगस्स पुग्गलस्स…पे॰… असञ्ञसत्तूपगस्स पुग्गलस्स …पे॰… अरूपूपगस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपूपगस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। हञ्चि अरूपूपगस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति।
न अरूपूपगस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। अरूपूपगस्स पुग्गलस्स अत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपूपगस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। न अरूपूपगस्स पुग्गलस्स नत्थि अन्तराभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५०९. न वत्तब्बं अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। ननु अन्तरापरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थीति? आमन्ता। हञ्चि अन्तरापरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थि, तेन वत रे नो च वत रे (सी॰ क॰), नो वत रे (स्या॰) वत्तब्बे – ‘‘अत्थि अन्तराभवो’’ति।
अन्तरापरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थीति कत्वा अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। उपहच्चपरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थीति कत्वा अत्थि उपहच्चभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अन्तरापरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थीति कत्वा अत्थि अन्तराभवोति? आमन्ता। असङ्खारपरिनिब्बायी पुग्गलो…पे॰… ससङ्खारपरिनिब्बायी पुग्गलो अत्थीति कत्वा अत्थि ससङ्खारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अन्तराभवकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७५) ३. कामगुणकथा
५१०. पञ्चेव कामगुणा कामधातूति? आमन्ता। ननु अत्थि तप्पटिसञ्ञुत्तो छन्दोति? आमन्ता। हञ्चि अत्थि तप्पटिसञ्ञुत्तो छन्दो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘पञ्चेव कामगुणा कामधातू’’ति। ननु अत्थि तप्पटिसञ्ञुत्तो रागो तप्पटिसञ्ञुत्तो छन्दो तप्पटिसञ्ञुत्तो छन्दरागो तप्पटिसञ्ञुत्तो सङ्कप्पो तप्पटिसञ्ञुत्तो रागो तप्पटिसञ्ञुत्तो सङ्कप्परागो तप्पटिसञ्ञुत्ता पीति तप्पटिसञ्ञुत्तं सोमनस्सं तप्पटिसञ्ञुत्तं पीतिसोमनस्सन्ति? आमन्ता। हञ्चि अत्थि तप्पटिसञ्ञुत्तं पीतिसोमनस्सं, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘पञ्चेव कामगुणा कामधातू’’ति।
पञ्चेव कामगुणा कामधातूति? आमन्ता। मनुस्सानं चक्खु न कामधातूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… मनुस्सानं सोतं…पे॰… मनुस्सानं घानं…पे॰… मनुस्सानं जिव्हा…पे॰… मनुस्सानं कायो…पे॰… मनुस्सानं मनो न कामधातूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
मनुस्सानं मनो न कामधातूति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता –
‘‘पञ्च कामगुणा लोके, मनोच्छट्ठा पवेदिता।
एत्थ छन्दं विराजेत्वा, एवं दुक्खा पमुच्चती’’ति सु॰ नि॰ १७३; सं॰ नि॰ १.३०॥
अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘मनुस्सानं मनो न कामधातू’’ति।
५११. पञ्चेव कामगुणा कामधातूति? आमन्ता। कामगुणा भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामगुणूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामगुणूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामगुणे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामगुणे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामगुणा पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामगुणे सम्मासम्बुद्धा उप्पज्जन्ति, पच्चेकसम्बुद्धा उप्पज्जन्ति, सावकयुगं उप्पज्जतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कामधातु भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। कामगुणा भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामधातूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि कामगुणूपगं कम्मन्ति ? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि कामधातूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि कामगुणूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कामधातुया सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। कामगुणे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे …पे॰… कामधातुया अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। कामगुणे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामधातु पञ्चवोकारभवोति? आमन्ता। कामगुणा पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कामधातुया सम्मासम्बुद्धा उप्पज्जन्ति, पच्चेकसबुद्धा उप्पज्जन्ति, सावकयुगं उप्पज्जतीति? आमन्ता। कामगुणे सम्मासम्बुद्धा उप्पज्जन्ति, पच्चेकसम्बुद्धा उप्पज्जन्ति, सावकयुगं उप्पज्जतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५१२. न वत्तब्बं – ‘‘पञ्चेव कामगुणा कामधातू’’ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘पञ्चिमे, भिक्खवे, कामगुणा! कतमे पञ्च? चक्खुविञ्ञेय्या रूपा इट्ठा कन्ता मनापा पियरूपा कामूपसंहिता रजनीया, सोतविञ्ञेय्या सद्दा…पे॰… घानविञ्ञेय्या गन्धा…पे॰… जिव्हाविञ्ञेय्या रसा…पे॰… कायविञ्ञेय्या फोट्ठब्बा इट्ठा कन्ता मनापा पियरूपा कामूपसंहिता रजनीया – इमे खो, भिक्खवे, पञ्च कामगुणा’’ति। अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि पञ्चेव कामगुणा कामधातूति।
कामगुणकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७६) ४. कामकथा
५१३. पञ्चेवायतना कामाति? आमन्ता। ननु अत्थि तप्पटिसंयुत्तो छन्दोति? आमन्ता। हञ्चि अत्थि तप्पटिसंयुत्तो छन्दो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘पञ्चेवायतना कामा’’ति। ननु अत्थि तप्पटिसंयुत्तो रागो तप्पटिसंयुत्तो छन्दो तप्पटिसंयुत्तो छन्दरागो तप्पटिसंयुत्तो सङ्कप्पो तप्पटिसंयुत्तो रागो तप्पटिसंयुत्तो सङ्कप्परागो तप्पटिसंयुत्ता पीति तप्पटिसंयुत्तं सोमनस्सं तप्पटिसंयुत्तं पीतिसोमनस्सन्ति? आमन्ता । हञ्चि अत्थि तप्पटिसंयुत्तं पीतिसोमनस्सं, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘पञ्चेवायतना कामा’’ति।
५१४. न वत्तब्बं – ‘‘पञ्चेवायतना कामा’’ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘पञ्चिमे, भिक्खवे, कामगुणा! कतमे पञ्च? चक्खुविञ्ञेय्या रूपा…पे॰… कायविञ्ञेय्या फोट्ठब्बा इट्ठा कन्ता मनापा पियरूपा कामूपसंहिता रजनीया – इमे खो, भिक्खवे, पञ्च कामगुणा’’ति। अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि पञ्चेवायतना कामाति।
पञ्चेवायतना कामाति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘पञ्चिमे, भिक्खवे, कामगुणा! कतमे पञ्च? चक्खुविञ्ञेय्या रूपा…पे॰… कायविञ्ञेय्या फोट्ठब्बा इट्ठा कन्ता मनापा पियरूपा कामूपसंहिता रजनीया – इमे खो, भिक्खवे, पञ्च कामगुणा । अपि च, भिक्खवे, नेते कामा कामगुणा नामेते अरियस्स विनये वुच्च’’न्ति –
‘‘सङ्कप्परागो पुरिसस्स कामो,
न ते कामा यानि चित्रानि लोके।
सङ्कप्परागो पुरिसस्स कामो,
तिट्ठन्ति चित्रानि तथेव लोके।
अथेत्थ धीरा विनयन्ति छन्द’’न्ति अ॰ नि॰ ६.६३ निब्बेधिकसुत्ते॥
अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘पञ्चेवायतना कामा’’ति।
कामकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७७) ५. रूपधातुकथा
५१५. रूपिनो धम्मा रूपधातूति? आमन्ता। रूपं भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपं पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
रूपधातु भवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। रूपं भवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपधातूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि रूपूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपधातूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि रूपूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
रूपधातुया सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। रूपे सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपधातुया अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। रूपे अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपधातु पञ्चवोकारभवोति? आमन्ता। रूपं पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५१६. रूपिनो धम्मा रूपधातु, कामधातुया अत्थि रूपन्ति? आमन्ता। साव कामधातु, सा रूपधातूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… साव कामधातु, सा रूपधातूति? आमन्ता। कामभवेन समन्नागतो पुग्गलो द्वीहि भवेहि समन्नागतो होति – कामभवेन च रूपभवेन चाति? न हेवं वत्तब्बे।
रूपधातुकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७८) ६. अरूपधातुकथा
५१७. अरूपिनो धम्मा अरूपधातूति? आमन्ता। वेदना भवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि वेदनूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि वेदनूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… वेदनाय सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… वेदनाय अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… वेदना चतुवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपधातु भवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। वेदना भवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अरूपधातूपगं कम्मन्ति? आमन्ता। अत्थि वेदनूपगं कम्मन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि अरूपधातूपगा सत्ताति? आमन्ता। अत्थि वेदनूपगा सत्ताति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपधातुया सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? आमन्ता। वेदनाय सत्ता जायन्ति जीयन्ति मीयन्ति चवन्ति उपपज्जन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपधातुया अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। वेदनाय अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अरूपधातु चतुवोकारभवोति? आमन्ता। वेदना चतुवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५१८. अरूपिनो धम्मा अरूपधातु, कामधातुया अत्थि वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता। साव कामधातु, सा अरूपधातूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… साव कामधातु, सा अरूपधातूति? आमन्ता। कामभवेन समन्नागतो पुग्गलो द्वीहि भवेहि समन्नागतो होति – कामभवेन च अरूपभवेन चाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
रूपिनो धम्मा रूपधातु, अरूपिनो धम्मा अरूपधातु, कामधातुया अत्थि रूपं वेदना सञ्ञा सङ्खारा विञ्ञाणन्ति? आमन्ता । साव कामधातु, सा रूपधातु, सा अरूपधातूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… साव कामधातु, सा रूपधातु, सा अरूपधातूति? आमन्ता। कामभवेन समन्नागतो पुग्गलो तीहि भवेहि समन्नागतो होति – कामभवेन च रूपभवेन च अरूपभवेन चाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपधातुकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(७९) ७. रूपधातुयाआयतनकथा
५१९. अत्थि सळायतनिको अत्तभावो रूपधातुयाति? आमन्ता। अत्थि तत्थ घानायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ गन्धायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ जिव्हायतनन्ति? आमन्ता । अत्थि तत्थ रसायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ फोट्ठब्बायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
नत्थि तत्थ गन्धायतनन्ति? आमन्ता। नत्थि तत्थ घानायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… नत्थि तत्थ रसायतनन्ति? आमन्ता। नत्थि तत्थ जिव्हायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… नत्थि तत्थ फोट्ठब्बायतनन्ति? आमन्ता । नत्थि तत्थ कायायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२०. अत्थि तत्थ चक्खायतनं, अत्थि रूपायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ घानायतनं, अत्थि गन्धायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ चक्खायतनं, अत्थि रूपायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ जिव्हायतनं, अत्थि रसायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं, अत्थि फोट्ठब्बायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ सोतायतनं, अत्थि सद्दायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं, अत्थि धम्मायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ घानायतनं, अत्थि गन्धायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं, अत्थि धम्मायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ जिव्हायतनं, अत्थि रसायतनन्ति…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं, अत्थि फोट्ठब्बायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ घानायतनं, नत्थि गन्धायतनन्ति? आमन्ता । अत्थि तत्थ चक्खायतनं, नत्थि रूपायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ घानायतनं, नत्थि गन्धायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ सोतायतनं, नत्थि सद्दायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं, नत्थि धम्मायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ जिव्हायतनं, नत्थि रसायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं, नत्थि फोट्ठब्बायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ चक्खायतनं, नत्थि रूपायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं, नत्थि फोट्ठब्बायतनन्ति? आमन्ता। अत्थि तत्थ सोतायतनं, नत्थि सद्दायतनं …पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं, नत्थि धम्मायतनन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२१. अत्थि तत्थ चक्खायतनं अत्थि रूपायतनं, तेन चक्खुना तं रूपं पस्सतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ घानायतनं अत्थि गन्धायतनं, तेन घानेन तं गन्धं घायतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ चक्खायतनं अत्थि रूपायतनं, तेन चक्खुना तं रूपं पस्सतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ जिव्हायतनं अत्थि रसायतनं, ताय जिव्हाय तं रसं सायति…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं अत्थि फोट्ठब्बायतनं, तेन कायेन तं फोट्ठब्बं फुसतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ सोतायतनं अत्थि सद्दायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं अत्थि धम्मायतनं, तेन मनेन तं धम्मं विजानातीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ घानायतनं अत्थि गन्धायतनं, तेन घानेन तं गन्धं घायतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं अत्थि धम्मायतनं, तेन मनेन तं धम्मं विजानातीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ जिव्हायतनं अत्थि रसायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं अत्थि फोट्ठब्बायतनं, तेन कायेन तं फोट्ठब्बं फुसतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ घानायतनं अत्थि गन्धायतनं, न च तेन घानेन तं गन्धं घायतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ चक्खायतनं अत्थि रूपायतनं, न च तेन चक्खुना तं रूपं पस्सतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि तत्थ घानायतनं अत्थि गन्धायतनं, न च तेन घानेन तं गन्धं घायतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ सोतायतनं अत्थि सद्दायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं अत्थि धम्मायतनं, न च तेन मनेन तं धम्मं विजानातीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ जिव्हायतनं अत्थि रसायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ कायायतनं अत्थि फोट्ठब्बायतनं, न च तेन कायेन तं फोट्ठब्बं फुसतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ सोतायतनं अत्थि सद्दायतनं…पे॰… अत्थि तत्थ मनायतनं अत्थि धम्मायतनं, न च तेन मनेन तं धम्मं विजानातीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२२. अत्थि तत्थ घानायतनं अत्थि गन्धायतनं, तेन घानेन तं गन्धं घायतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ मूलगन्धो सारगन्धो तचगन्धो पत्तगन्धो पुप्फगन्धो फलगन्धो आमगन्धो विस्सगन्धो सुगन्धो दुग्गन्धोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ जिव्हायतनं अत्थि रसायतनं, ताय जिव्हाय तं रसं सायतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ मूलरसो खन्धरसो तचरसो पत्तरसो पुप्फरसो फलरसो अम्बिलं मधुरं तित्तकं कटुकं लोणियं खारियं लम्बिलं कसावो सादु असादूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अत्थि तत्थ कायायतनं अत्थि फोट्ठब्बायतनं, तेन कायेन तं फोट्ठब्बं फुसतीति? आमन्ता। अत्थि तत्थ कक्खळं मुदुकं सण्हं फरुसं सुखसम्फस्सं दुक्खसम्फस्सं गरुकं लहुकन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२३. न वत्तब्बं – ‘‘सळायतनिको अत्तभावो रूपधातुया’’ति? आमन्ता। ननु अत्थि तत्थ घाननिमित्तं जिव्हानिमित्तं कायनिमित्तन्ति? आमन्ता। हञ्चि अत्थि तत्थ घाननिमित्तं जिव्हानिमित्तं कायनिमित्तं, तेन वत रे वत्तब्बे – ‘‘सळायतनिको अत्तभावो रूपधातुया’’ति।
रूपधातुया आयतनकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(८०) ८. अरूपे रूपकथा
५२४. अत्थि रूपं अरूपेसूति? आमन्ता। रूपभवो रूपगति रूपसत्तावासो रूपसंसारो रूपयोनि रूपत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु अरूपभवो अरूपगति अरूपसत्तावासो अरूपसंसारो अरूपयोनि अरूपत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। हञ्चि अरूपभवो…पे॰… अरूपत्तभावपटिलाभो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि रूपं अरूपेसू’’ति।
अत्थि रूपं अरूपेसूति? आमन्ता। पञ्चवोकारभवो गति सत्तावासो संसारो योनि विञ्ञाणट्ठिति अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु चतुवोकारभवो…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। हञ्चि चतुवोकारभवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभो, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि रूपं अरूपेसू’’ति।
५२५. अत्थि रूपं रूपधातुया, सो च रूपभवो रूपगति रूपसत्तावासो रूपसंसारो रूपयोनि रूपत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि रूपं अरूपेसु, सो च रूपभवो रूपगति…पे॰… रूपत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपं रूपधातुया, सो च पञ्चवोकारभवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता । अत्थि रूपं अरूपेसु, सो च पञ्चवोकारभवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…। अत्थि रूपं अरूपेसु, सो च अरूपभवो अरूपगति अरूपसत्तावासो अरूपसंसारो अरूपयोनि अरूपत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि रूपं रूपधातुया अरूपधातुया (सब्बत्थ), सो च अरूपभवो अरूपगति…पे॰… अरूपत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपं अरूपेसु, सो च चतुवोकारभवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? आमन्ता। अत्थि रूपं रूपधातुया अरूपधातुया (सब्बत्थ), सो च चतुवोकारभवो गति…पे॰… अत्तभावपटिलाभोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२६. अत्थि रूपं अरूपेसूति? आमन्ता। ननु रूपानं निस्सरणं अरूपं इतिवु॰ ७२; अ॰ नि॰ ५.२००; दी॰ नि॰ ३.३२१ वुत्तं भगवताति? आमन्ता। हञ्चि रूपानं निस्सरणं अरूपं इतिवु॰ ७२; अ॰ नि॰ ५.२००; दी॰ नि॰ ३.३२१ वुत्तं भगवता, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अत्थि रूपं अरूपेसू’’ति।
रूपानं निस्सरणं अरूपं वुत्तं भगवता, अत्थि रूपं अरूपेसूति? आमन्ता । कामानं निस्सरणं नेक्खम्मं वुत्तं भगवता, अत्थि नेक्खम्मेसु कामा, अत्थि अनासवेसु आसवा, अत्थि अपरियापन्नेसु परियापन्नाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपे रूपकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(८१) ९. रूपं कम्मन्तिकथा
५२७. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना आभोगो समन्नाहारो मनसिकारो चेतना पत्थना पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना आभोगो समन्नाहारो मनसिकारो चेतना पत्थना पणिधीति? आमन्ता। हञ्चि अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसल’’न्ति।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो कुसलो सारम्मणो, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… सद्धा… वीरियं… सति… समाधि…पे॰… पञ्ञा कुसला सारम्मणा, अत्थि ताय आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो कुसलो अनारम्मणो, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… सद्धा… वीरियं… सति… समाधि…पे॰… पञ्ञा कुसला अनारम्मणा, नत्थि ताय आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२८. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। यं किञ्चि कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपं सब्बं तं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु … आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु कुसलाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अब्याकतन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु … तेजोधातु …पे॰… वायोधातु अब्याकताति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५२९. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु अनारम्मणा कुसलाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं … रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु अनारम्मणा अब्याकताति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३०. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु फस्सविप्पयुत्ता कुसलाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु फस्सविप्पयुत्ता अब्याकताति ? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३१. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं कुसलन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु अनारम्मणा फस्सविप्पयुत्ता कुसलाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु अनारम्मणा फस्सविप्पयुत्ता अब्याकताति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३२. कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु अनारम्मणं , नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। हञ्चि अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधि; नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसल’’न्ति।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो कुसलो सारम्मणो, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… सद्धा… वीरियं… सति… समाधि…पे॰… पञ्ञा कुसला सारम्मणा, अत्थि ताय आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो कुसलो अनारम्मणो, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। कुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… सद्धा… वीरियं… सति… समाधि…पे॰… पञ्ञा कुसला अनारम्मणा, नत्थि ताय आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं कुसलन्ति? आमन्ता। यं किञ्चि कुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपं सब्बं तं कुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… यथा कायकम्मं तथा वचीकम्मन्ति।
५३३. अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता । सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना आभोगो समन्नाहारो मनसिकारो चेतना पत्थना पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना आभोगो समन्नाहारो मनसिकारो चेतना पत्थना पणिधीति? आमन्ता। हञ्चि अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना आभोगो समन्नाहारो मनसिकारो चेतना पत्थना पणिधि; नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसल’’न्ति।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो अकुसलो सारम्मणो, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… रागो… दोसो… मोहो… मानो… दिट्ठि… विचिकिच्छा… थिनं… उद्धच्चं… अहिरिकं…पे॰… अनोत्तप्पं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो अकुसलो अनारम्मणो, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… रागो… दोसो… मोहो… मानो… दिट्ठि… विचिकिच्छा… थिनं… उद्धच्चं… अहिरिकं…पे॰… अनोत्तप्पं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं कायकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता । यं किञ्चि अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपं सब्बं तं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३४. अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता। सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… ननु अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। हञ्चि अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधि; नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसल’’न्ति।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो अकुसलो सारम्मणो, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा … चेतना… रागो… दोसो… मोहो… मानो… दिट्ठि… विचिकिच्छा… थिनं… उद्धच्चं… अहिरिकं…पे॰… अनोत्तप्पं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलं सारम्मणं, अत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो अकुसलो अनारम्मणो, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठिता वेदना…पे॰… सञ्ञा… चेतना… रागो… दोसो… मोहो… मानो… दिट्ठि… विचिकिच्छा… थिनं… उद्धच्चं… अहिरिकं…पे॰… अनोत्तप्पं अकुसलं अनारम्मणं, नत्थि तस्स आवट्टना…पे॰… पणिधीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता। यं किञ्चि अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपं सब्बं तं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३५. अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अकुसलोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अब्याकतन्ति? आमन्ता । अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अब्याकतन्ति ? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अब्याकतोति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३६. अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं…पे॰… रसायतनं…पे॰… फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अनारम्मणो अकुसलोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं…पे॰… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अनारम्मणो अब्याकतोति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३७. अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो फस्सविप्पयुत्तो अकुसलोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अनारम्मणो फस्सविप्पयुत्तो अब्याकतोति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अकुसलन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अनारम्मणो फस्सविप्पयुत्तो अकुसलोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं रूपायतनं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं सद्दायतनं…पे॰… गन्धायतनं… रसायतनं… फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो अनारम्मणो फस्सविप्पयुत्तो अब्याकतोति? आमन्ता। अकुसलेन चित्तेन समुट्ठितं वचीकम्मं रूपं अनारम्मणं फस्सविप्पयुत्तं अब्याकतन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३८. न वत्तब्बं – ‘‘रूपं कुसलम्पि अकुसलम्पी’’ति? आमन्ता। ननु कायकम्मं वचीकम्मं कुसलम्पि अकुसलम्पीति? आमन्ता। हञ्चि कायकम्मं वचीकम्मं कुसलम्पि अकुसलम्पि, तेन वत रे वत्तब्बे – ‘‘रूपं कुसलम्पि अकुसलम्पी’’ति।
रूपं कुसलम्पि अकुसलम्पीति? आमन्ता। चक्खायतनं कुसलम्पि अकुसलम्पीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपं कुसलम्पि अकुसलम्पीति? आमन्ता। सोतायतनं…पे॰… घानायतनं… जिव्हायतनं… कायायतनं… रूपायतनं… सद्दायतनं… गन्धायतनं… रसायतनं … फोट्ठब्बायतनं… पथवीधातु… आपोधातु… तेजोधातु…पे॰… वायोधातु असुचि अस्सु लोहितं सेदो कुसलोपि अकुसलोपीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कायो रूपं, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। मनो रूपं, मनोकम्मं रूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे …पे॰… मनो अरूपं, मनोकम्मं अरूपन्ति? आमन्ता। कायो अरूपं, कायकम्मं अरूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कायो रूपन्ति, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। चक्खायतनं रूपन्ति, चक्खुविञ्ञाणं रूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कायो रूपन्ति, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। सोतायतनं रूपन्ति, सोतविञ्ञाणं रूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कायो रूपन्ति, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। घानायतनं रूपन्ति, घानविञ्ञाणं रूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कायो रूपन्ति, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। जिव्हायतनं रूपन्ति, जिव्हाविञ्ञाणं रूपन्ति ? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कायो रूपन्ति, कायकम्मं रूपन्ति? आमन्ता। कायायतनं रूपन्ति, कायविञ्ञाणं रूपन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५३९. रूपं कम्मन्ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘चेतनाहं, भिक्खवे, कम्मं वदामि; चेतयित्वा कम्मं करोति कायेन वाचाय मनसा’’ति अ॰ नि॰ ६.६३ निब्बेधिकसुत्ते! अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘रूपं कम्म’’न्ति।
रूपं कम्मन्ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘काये वा, आनन्द हानन्द (सं॰ नि॰ २.२५), सति कायसञ्चेतनाहेतु उप्पज्जति अज्झत्तं सुखदुक्खं; वाचाय वा, आनन्द हानन्द (सं॰ नि॰ २.२५), सति वचीसञ्चेतनाहेतु उप्पज्जति अज्झत्तं सुखदुक्खं; मने वा, आनन्द हानन्द (सं॰ नि॰ २.२५), सति मनोसञ्चेतनाहेतु उप्पज्जति अज्झत्तं सुखदुक्ख’’न्ति सं॰ नि॰ २.२५; अ॰ नि॰ ४.१७१! अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘रूपं कम्म’’न्ति।
रूपं कम्मन्ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘तिविधा, भिक्खवे, कायसञ्चेतना अकुसलं कायकम्मं दुक्खुद्रयं दुक्खविपाकं; चतुब्बिधा, भिक्खवे, वचीसञ्चेतना अकुसलं वचीकम्मं दुक्खुद्रयं दुक्खविपाकं; तिविधा, भिक्खवे, मनोसञ्चेतना अकुसलं मनोकम्मं दुक्खुद्रयं दुक्खविपाकं; तिविधा, भिक्खवे, कायसञ्चेतना कुसलं कायकम्मं सुखुद्रयं सुखविपाकं; चतुब्बिधा, भिक्खवे, वचीसञ्चेतना कुसलं वचीकम्मं सुखुद्रयं सुखविपाकं; तिविधा , भिक्खवे, मनोसञ्चेतना कुसलं मनोकम्मं सुखुद्रयं सुखविपाक’’न्ति अ॰ नि॰ १०.२१७ थोकं पन विसदिसं! अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘रूपं कम्म’’न्ति।
रूपं कम्मन्ति? आमन्ता। ननु वुत्तं भगवता – ‘‘सचायं, आनन्द, समिद्धि मोघपुरिसो पाटलिपुत्तस्स पोतलिपुत्तस्स (म॰ नि॰ ३.३००) परिब्बाजकस्स एवं पुट्ठो एवं ब्याकरेय्य – ‘सञ्चेतनियं , आवुसो पाटलिपुत्त, कम्मं कत्वा कायेन वाचाय मनसा सुखवेदनियं सुखं सो वेदयति; सञ्चेतनियं, आवुसो पाटलिपुत्त, कम्मं कत्वा कायेन वाचाय मनसा दुक्खवेदनियं दुक्खं सो वेदयति; सञ्चेतनियं, आवुसो पाटलिपुत्त, कम्मं कत्वा कायेन वाचाय मनसा अदुक्खमसुखवेदनियं अदुक्खमसुखं सो वेदयती’ति, एवं ब्याकरमानो खो, आनन्द, समिद्धि मोघपुरिसो पाटलिपुत्तस्स परिब्बाजकस्स सम्मा ब्याकरमानो ब्याकरेय्या’’ति म॰ नि॰ ३.३००! अत्थेव सुत्तन्तोति? आमन्ता। तेन हि न वत्तब्बं – ‘‘रूपं कम्म’’न्ति।
रूपं कम्मन्तिकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(८२) १०. जीवितिन्द्रियकथा
५४०. नत्थि रूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। नत्थि रूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालनाति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालनाति? आमन्ता। हञ्चि अत्थि रूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालना, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘नत्थि रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति।
अत्थि अरूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालना, अत्थि अरूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। अत्थि रूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालना, अत्थि रूपजीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अत्थि रूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालना, नत्थि रूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता । अत्थि अरूपीनं धम्मानं आयु ठिति यपना यापना इरियना वत्तना पालना, नत्थि अरूपजीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपीनं धम्मानं आयु अरूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। रूपीनं धम्मानं आयु रूपजीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… रूपीनं धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? आमन्ता। अरूपीनं धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘अरूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५४१. रूपीनं धम्मानं आयु अरूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। अरूपीनं धम्मानं आयु रूपजीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
अरूपीनं धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? आमन्ता। रूपीनं धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘अरूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
रूपीनञ्च अरूपीनञ्च धम्मानं आयु अरूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। रूपीनञ्च अरूपीनञ्च धम्मानं आयु रूपजीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
रूपीनञ्च अरूपीनञ्च धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? आमन्ता। रूपीनञ्च अरूपीनञ्च धम्मानं आयु न वत्तब्बं – ‘‘अरूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… नत्थि रूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। निरोधं समापन्नस्स नत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५४२. निरोधं समापन्नस्स अत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। हञ्चि निरोधं समापन्नस्स अत्थि जीवितिन्द्रियं, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘नत्थि रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति।
निरोधं समापन्नस्स अत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। कतमक्खन्धपरियापन्नन्ति? सङ्खारक्खन्धपरियापन्नन्ति। निरोधं समापन्नस्स अत्थि सङ्खारक्खन्धोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
निरोधं समापन्नस्स अत्थि सङ्खारक्खन्धोति? आमन्ता। निरोधं समापन्नस्स अत्थि वेदनाक्खन्धो…पे॰… सञ्ञाक्खन्धो…पे॰… विञ्ञाणक्खन्धोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
निरोधं समापन्नस्स अत्थि वेदनाक्खन्धो…पे॰… सञ्ञाक्खन्धो…पे॰… विञ्ञाणक्खन्धोति? आमन्ता। न निरोधं समापन्नोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५४३. नत्थि रूपजीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। असञ्ञसत्तानं नत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
असञ्ञसत्तानं अत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। हञ्चि असञ्ञसत्तानं अत्थि जीवितिन्द्रियं, नो च वत रे वत्तब्बे – ‘‘नत्थि रूपजीवितिन्द्रिय’’न्ति। असञ्ञसत्तानं अत्थि जीवितिन्द्रियन्ति? आमन्ता। कतमक्खन्धपरियापन्नन्ति? सङ्खारक्खन्धपरियापन्नन्ति। असञ्ञसत्तानं अत्थि सङ्खारक्खन्धोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
असञ्ञसत्तानं अत्थि सङ्खारक्खन्धोति? आमन्ता। असञ्ञसत्तानं अत्थि वेदनाक्खन्धो…पे॰… सञ्ञाक्खन्धो…पे॰… विञ्ञाणक्खन्धोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
असञ्ञसत्तानं अत्थि वेदनाक्खन्धो…पे॰… सञ्ञाक्खन्धो…पे॰… विञ्ञाणक्खन्धोति? आमन्ता। पञ्चवोकारभवोति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५४४. उपपत्तेसियेन चित्तेन समुट्ठितं जीवितिन्द्रियं उपपत्तेसिये चित्ते भिज्जमाने एकदेसं भिज्जतीति? आमन्ता। उपपत्तेसियेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो उपपत्तेसिये चित्ते भिज्जमाने एकदेसो भिज्जतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
उपपत्तेसियेन चित्तेन समुट्ठितो फस्सो उपपत्तेसिये चित्ते भिज्जमाने अनवसेसो भिज्जतीति? आमन्ता। उपपत्तेसियेन चित्तेन समुट्ठितं जीवितिन्द्रियं उपपत्तेसिये चित्ते भिज्जमाने अनवसेसं भिज्जतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
५४५. द्वे जीवितिन्द्रियानीति? आमन्ता। द्वीहि जीवितेहि जीवति, द्वीहि मरणेहि मीयतीति? आमन्ता न हेवं वत्तब्बे (स्या॰ कं॰ पी॰)।
जीवितिन्द्रियकथा निट्ठिता।
८. अट्ठमवग्गो
(८३) ११. कम्महेतुकथा
५४६. कम्महेतु अरहा अरहत्ता परिहायतीति? आमन्ता। कम्महेतु सोतापन्नो सोतापत्तिफला परिहायतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… कम्महेतु अरहा अरहत्ता परिहायतीति? आमन्ता। कम्महेतु सकदागामी…पे॰… अनागामी अनागामिफला परिहायतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कम्महेतु सोतापन्नो सोतापत्तिफला न परिहायतीति? आमन्ता। कम्महेतु अरहा अरहत्ता न परिहायतीति? न हेवं वत्तब्बे …पे॰… कम्महेतु सकदागामी…पे॰… अनागामी अनागामिफला न परिहायतीति? आमन्ता। कम्महेतु अरहा अरहत्ता न परिहायतीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कम्महेतु अरहा अरहत्ता परिहायतीति? आमन्ता। पाणातिपातकम्मस्स हेतूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰… अदिन्नादानकम्मस्स हेतु…पे॰… कामेसुमिच्छाचारकम्मस्स हेतु… मुसावादकम्मस्स हेतु… पिसुणवाचाकम्मस्स हेतु… फरुसवाचाकम्मस्स हेतु… सम्फप्पलापकम्मस्स हेतु… मातुघातकम्मस्स मातुघातककम्मस्स (स्या॰), मातुघातिकम्मस्स (क॰) तथा पितुघातअरहन्तघातकम्मस्सातिपदेसु हेतु… पितुघातकम्मस्स हेतु… अरहन्तघातकम्मस्स हेतु… रुहिरुप्पादकम्मस्स हेतु…पे॰… सङ्घभेदकम्मस्स हेतूति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कतमस्स कम्मस्स हेतूति? हन्द हि अरहन्तानं अब्भाचिक्खतीति। अरहन्तानं अब्भाचिक्खनकम्मस्स हेतु अरहा अरहत्ता परिहायतीति? आमन्ता। ये केचि अरहन्तानं अब्भाचिक्खन्ति, सब्बे ते अरहत्तं सच्छिकरोन्तीति? न हेवं वत्तब्बे…पे॰…।
कम्महेतुकथा निट्ठिता।
अट्ठमवग्गो।
तस्सुद्दानं –
छ गतियो, अन्तराभवो, पञ्चेव कामगुणा कामधातु, पञ्चेव आयतना कामा, रूपिनो धम्मा रूपधातु, अरूपिनो धम्मा अरूपधातु, सळायतनिको अत्तभावो रूपधातुया, अत्थि रूपं अरूपेसु, रूपं कम्मं, रूपं जीवितं, कम्महेतुका परिहायतीति।